मुझे मेरी हैसियत का पता है...
तु हर बार यह बात याद ना दिलाया कर,
मैं भी इंसान हूँ, पत्थर नहीं...
तु ऐसे ना रुलाया कर,
एक बार में तु मांग ले जान, तुझे वो भी दे दू मैं.......
लेकिन यूँ बार बार मारकर ना जिन्दा किया कर मुझे.....,
ऐ जिंदगी..........
- piku