हां, मेरा सवाल और उसका जवाब हो
मेरा ख्वाब लेकिन पूरा वो हकीकत हो
कभी तो उसे मेरी नादानियों से प्यार हो
थोड़ा सा हिसाब बाकी बेहिसाब हो
हां, उसे खूबसूरती से नही रंग सांवला से भी प्यार हो
थोड़ी सी खामोशी लेकिन इशारों में बात हो
कुछ हो ऐसी गुफ्तगू जैसे नई कहानी का सार हो
मैं ज़मीं तो वो खुला पूरा आसमां हो
मैं आंखों की नमी तो वो मेरे होठों का मुस्कान हो.....
-Manshi K