मैं और मेरे अह्सास
जैसी वाणी वैसा ही आचरण करना चाहिए ll
सदाकत औ अच्छाई की राह चलना चाहिए ll
कुमार्ग से बचकर सद मार्ग पर आगे बढ़कर l
जीवन की राह को सत्यता से भरना चाहिए ll
बच्चों को पहले से ही अच्छे संस्कार देकर l
अपने अपनों की ख़ातिर तो मरना चाहिए ll
सखी
दर्शिता बाबूभाई शाह