विषय - तू साथ चल तो सही
सुन लो मेरी प्रियतमा,सखी,
तुम्हारा साथ ही मुझे चाहिए।
फूलों सा जीवन महक उठेगा,
इस दिल पर दस्तक दे जाइए।।
कर लो मेरा प्रेम प्रस्ताव स्वीकार,
कभी नहीं तुम पछताओगी।
हर कदम पर तुम्हारा साथ निभाऊंगा,
मुश्किल राह भी आसानी से कट जायेगी।।
सुख सुविधाएं कुछ कम दे पाऊं,
पर प्रेम सम्मान भरपूर मिलेगा।
बंगला,गाड़ी,नौकर चाकर न दे पाऊं,
पर सुंदर सा अपना एक घर सजेगा।।
जो लोग तुममें सिर्फ कमियां ढूंढकर,
हमेशा उड़ाते हैं उपहास तुम्हारा।
तुम्हारा साथ अगर मुझसे जुड़ गया तो,
ताकत बनकर,बनूंगा मैं तुम्हारा सहारा।।
फूल समझ जिन लोगों ने तुम्हें,
छलने का कभी प्रयास किया हो,
साथ तुम्हारे सदा मैं खड़ा हूं,
शूल बनकर उन पर बिछ जाओ।।
जीवन के हर उतार चढ़ाव में,
तालमेल हमेशा ही बैठाऊंगा।
तुम साथ अगर चल दो मेरे,
अपनी बातों पर खरा होकर दिखाऊंगा।।
किरन झा (मिश्री)
-किरन झा मिश्री