जय संतोषी माता
जय जय संतोषी माता मैया जय संतोषी माता। गणपति की बेटी जग जननी तुम हो
मैया जय संतोषी माता। मंगल करणी मैया
जय संतोषी माता। दुःख दारिद्रय दूर करती
मैया जय संतोषी माता। सुख शांति देती
तुम हो मैया जय संतोषी माता। मन को आनंदित करने वाली जीवन को सफल बनाने वाली मैया जी तेरी जय हो।
जय हो जय हो जय हो मैया जय संतोषी माता। जग में तेरा नाम निराला मेरी मैया
जय संतोषी माता। तेरे चरणों में मिलता है
भाव भक्ति का खजाना मैया जय संतोषी माता। तेरा भोला भाला रुप सलोना सबके
मन को भाता है। जो बरबस ही मन को आकर्षित करता है। पल भर में भक्तों की
विपदाओं को दूर करती हो। जीवन संकट
मुक्त करती हो मैया जय संतोषी माता।
जय जय संतोषी माता मैया जय संतोषी माता। मधुर मधुर खीर तेरे चरणों में चढ़ाएं
मैया जय संतोषी माता। गुड़ और चने का
भोग लगाएं मैया जय संतोषी माता।
लाल फूलों की माला पहनाएं मैया जय संतोषी माता। वस्त्र लाल और लाल लाल
चूड़ा संग कंगन हीरे मोती और लाल के
शोभे मैया जय संतोषी माता। कानों में
स्वर्ण कुंडल सोहे गले मोतियन की माला मैया जय संतोषी माता। फूलों के आभूषणों से तुम्हें सजाएं मैया जय संतोषी माता।
पांव नुपुर पहनाएं मेहंदी महाबर सात सुहागिनें मिलकर लगाएं। तेरे चरणों में मंगल गीत गाएं मैया जय संतोषी माता।
तेरे चरणों में जो भी आते हैं झोलियां भर
कर जाते हैं मैया जय संतोषी माता।
नृत्य करें झूम कर तेरे चरणों में मैया जय संतोषी माता। ढोल ढाक झांझर और करताल बजाए मैया जय संतोषी माता।
थाल सजाएं भोग की नारियल केला और
खाजा खीर हे संतोषी माता। प्रेम सहित निवेदन करें भाव भक्ति से रहे चित्त स्थिर।
अखंड ज्योति जला कर धूप दीप और आरती करें मैया जय संतोषी माता। तेरे रज रज दर्शन पाएं
हे संतोषी माता। मैया जय संतोषी माता।
अकिंचन दासी अनिता करे विनती तेरे चरणों में होकर अति अधीर।
शरणागति की सुधि लीजो मोरी मैया जय संतोषी माता।
अनुनय-विनय सुनकर मोरी मैया आकर
हर लो मेरी पीर।
तुम करुणामई आनंदमई हो लावण्यमई
हो हे मेरी भाग्य विधाता।
भव सागर में फंसी हुई है मेरी जीवन नैया
पार लगाओ मेरी जगजननी जग कल्याणी मेरी माता जय संतोषी माता।
भूल चूक सब माफ कर ले लो मुझे अब
अपने अंक। रहूं निर्भय आत्मनिर्भर होकर
तेरे चरणों में हो जाएं निशंक।
कोटि-कोटि प्रणाम हे संतोषी माता।
-Anita Sinha