रिस्ते में असंतुष्टी हो तो तत्काल ही अलग हो जाना बेहतर है । तीन- चार संतान पैदा करने और जीवित दो के कंधे से ऊपर तक आ जाने के बाद वह पत्नी पागल और अयोग्य हो गई ? आपके पास उसे देने के लिए न प्रेम न दो वक्त की रोटी और न इलाज । एक पत्नी और मॉं होकर भी उसका कोई घर नहीं यह कोई अधिकारों की बात नहीं, मानवाधिकार उलंघन की बात है। अपराध है।
-Ruchi Dixit