मैं और मेरे अह्सास
कहानियों का खजाना होती है दादी माँ l
कलियों में संस्कार बोती है दादी माँ ll
स्नेह भाव से गीत ओर लोरी सुनाकर l
छोटे बड़ो को सुला के सोती है दादी माँ ll
उसकी उपस्थिति हर दर्द का इलाज है l
कुटुंब माला में अनमोल मोती है दादी माँ ll
सखी
दर्शिता बाबूभाई शाह