ज़िंदगी
“ज़िंदगी”
खुश रहकर गुज़ारो,
तो मस्त है ज़िंदगी
दुखी रहकर गुज़ारो,
तो त्रस्त है ज़िंदगी
तुलना मे गुज़ारो
तो पस्त है ज़िंदगी
इंतज़ार में गुज़ारो,
तो सुस्त है ज़िंदगी
सीखने मे गुज़ारो,
तो किताब है ज़िंदगी
दिखावे में गुज़ारो,
तो बर्बाद है ज़िंदगी
मिलतीं हैं एक बार,
तो प्यार से बिताओ ज़िंदगी,
जन्म तो रोज़ होते है
तो यादगार बनाओ ज़िंदगी
💪