मैं और मेरे अह्सास
खुद को संभालो तन्हा रोने से क्या होगा l
जिन्दगी सजालो तन्हा रोने से क्या होगा?
जानी अनजानी महफिल में सभी को आज l
गले से लगालो तन्हा रोने से क्या होगा?
तन्हाई का भी एक अलग रुआब होता है l
मौन जगालो तन्हा रोने से क्या होगा?
सखी
दर्शिता बाबूभाई शाह