हाइकु
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1)शब्दों का खेल
कराता है सम्मान
कवि महान।
2)नभ आँगन
बादलों का चमन
मुग्ध है मन।
3) फागुन माह
उमंग भरा हुआ
खुशी की चाह।
4)प्रभु के द्वार
नहीं कोई लाचार
गीता का सार ।
5) सितारे प्यारे
नभ संग हमेशा
लगते न्यारे।
आभा दवे
13-3-2024
बुधवार, मुंबई