पंक्तियों की ओट में छुपा है एक पथिक
थका हारा रुआसा बेहाल
चला है पंक्तियों को परेशान करने
फिर से एक नई पंक्ति बनाने
वो जानता है
पंक्तियां ही है जो उसके पथिक मन को राह दिखा सकती है
पंक्तियां ही है जो समाज के सोए जमीर को जगा सकती है
पंक्तियां ही है जो उसके कोमल हृदय को समझ सकती है
पंक्तियां ही है जो जानती है उसके जख्मों की कहानी
पंक्तियां ही है जिससे साझा करता है अपना जीवन
पंक्तियां ही है जो बढ़ाती है उसका हौसला हर बार
पंक्तियां ही है जो लाती है क्रांति इस संसार में
पंक्तियां ही है जो करती है विद्रोह मानव मन में
पंक्तियां ही है जिसने उसे और इस सोई हुई दुनिया को हर बार जगाया
पंक्तियां ही है उसकी सच्ची और सबसे अच्छी मित्र
-ArUu