आज वुमन्स डे यानी की महिला दिन आज पुरे वर्ल्ड मे इस दिन को मनाया जा रहा है आज सुबह मे न्यूज पेपर पढ रही धी तो आज पेपर मे महिला दिवस की ऐक खास पेपर आया है उस मे मेने ऐक जगह पढा की शायद 'पुरुष जल्दी बुढा हो जाता है, लेकिन स्त्री कदाचित बुढी नही होगी " शायद ये सच ही हो शकता है क्युकी औरत बुढी हो जायेगी तो पुरा परिवार बुढा हो जाऐगा ऐक औरत अपने परिवार के लिए जीती है ऐसा नही की पुरुष परिवार के लिए कुछ नही करता वो भी सब कुछ करता है पुरुष शरिर है तो औरत आत्मा है लेकिन षुरुष से सो गुनी शक्ति ऐक औरत मे है वो प्रसव पीडा सेहके ऐक जिवन को नया जिवन देती है उस मे अपँन की भावना है सब कुछ भुलाकर माफि देने की काबिलियत रखती है अपनी आशा ईच्छा अपने सपने सब कुछ भुलाकर वो हसकर अपना लेती है सब को शायद इसीलिए वो कभी बुढी नही होती ।
सभी को ओरतो को महिला दिन की हार्दिक बधाई। 🙏