विषय - मृदुल वाणी
दिनांक -03/03/2024
मृदुल वाणी सबको प्रिय,
मन को सबके हर लेती।
मीठे - मीठे वचनों से,
हर जगह सम्मान दिला देती।।
आपकी मीठी सरल भाषा में,
दिखता आपका सदैव आचरण।
मनमोहक सी इस बोली से,
नहीं होता दो लोगों में रण।।
मिश्री सी मीठी शीतल वाणी,
अपनों को सदैव बांधकर रखती।
छिन्न भिन्न न हो घर परिवार,
जिव्हा में कटुता को नहीं सजती।।
साधु संत अपनी मृदु वाणी से,
सबके हृदय में स्थान पाते हैं।
देश हो या फिर विदेश हो,
हर जगह सम्मानित किए जाते हैं।।
किरन झा (मिश्री)
-किरन झा मिश्री