उदासी तुम जो रख रहे हो
यह गलत बात है
चलना है तो चलो
चलो, चलना है
यह गलत बात है
कहना है क्या कह रहे है हम
तुम समझे नहीं
यह गलत बात है
मुझे यह सारा जहां अच्छा लगता है
तुम्हें सिर्फ यह दिवाली के दिन
फटाके जले हुए अच्छे लगते है
यह तो गलत बात है
चलो कुछ काम तो सही करो
घर से राबता करो
तुम शहर से गांव आए हों अच्छा है
मुझे मिलने की ख्वाईश नहीं
यह गलत बात है
ठहरता कोई नहीं है
सब दूर से ही
हाथ फैलाए जा रहे है
यह गलत बात है
यह साल नया है
जिसे एक बार फिर
एक कटोरी में से उसने
एक सिक्का निकाल दिया ....
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