गुलाब लेखन चैलेंज धारावाहिक भाग
गुलाब फूलों का राजा कहलाता है तो गुलाब
के गुण भी विलक्षण है। गुलाब को देखते ही लोग
प्रशंसा करते नहीं थकते हैं। यह रुप सौंदर्य और
गुण का स्वामी है। रुप के साथ गुण भी होते हैं तो
वो सोने में सोहागा है।
गुलाब सहदय और स्वभाव से सुकोमल होता है।
इसके अद्भुत रुप और गुण की वजह से ही ईश्वर ने
इसे शुरू से ही कांटों का उपहार देकर सुरक्षित किया
है। जो विनम्र भाव और श्रद्धा से गुलाब को तोड़ते
हैं उन्हें कांटों का भय नहीं सताते हैं। क्योंकि वें चोरी
छिपे गुलाब नहीं तोड़ते हैं।
गुलाब प्रकृति का रक्षक है। यह प्रदूषण का
भक्षण करते हैं और पर्यावरण संरक्षण करने में सक्षम हो जाते हैं। गुलाब दानी दाता हैं। गुलाब जीवन दाता है। गुलाब के पत्ते पत्ते का उपयोग हम करते हैं तो
भी उफ तक नहीं करते हैं।
गुलाब का मन पवित्र है। यह देवी देवताओं पर
चढ़ाए जाते हैं। यदि कोई तुरंत चढ़ाए गये फूल को
हटा कर फिर दूसरा गुलाब चढ़ाते हैं तो भी ये उफ तक नहीं करते हैं।
गुलाब जीवन में उपयोगी है। गुलाब मरीजों को जीवन देता है। यह आरोग्य एवं मानसिक बल
देता है।
प्रकृति को खुशी का वरदान देता है। जीवन
दान देता है जन जन को। आनंद का संचार करता है।
गुलाब का साथ मिले तो जीवन सरस बन जाता है।
-Anita Sinha