मुझे तुम अपनी जान बना लो
सुकून दे वो मीठा सा अरमान बना लो
ना छूटे कभी वो आदत बना लो
ना रूठे वो चाहत बना लो
आंखों का ख्वाब लबों की बात बना लो
सीने से लगा कर तुम मुझे अपनी हसीन रात बना लो
साथ रहुं हर पल वो ख्याल बना लो
बयां करो तो अल्फाज़ बना लो
दिल को आवाज धड़कनों का साज बना लो
नजर आऊं किसी को खो जाऊं तुझमें इस कदर
मुझे अपना गहरा राज़ बना लो
तुम हो जाओ यूं मेरे
मुझे अपनी सुबह और शाम बना लो
काव्या सोनी