बंदिशे!...सिर्फ मन की होती है...
देखा जाए तो कोई किसी की
कामयाबी को कैद नहीं कर सकता...
हम हमेशा कोई ना कोई सोच बना लेते हैं..
और औरों पर मढ़ देते हैं
अपनी नाकामयाबी का दोष...
या अपनी किस्मत समझकर हम कर लेते हैं
कितने ही समझौते....
बेशक... कुछ किस्से होते है
जो कभी पिछा नहीं छोडते
क्यूँकि हम ही उलझे रहते हैं
उन यादों में जिन्हें हमने वक़्त के साथ साथ
बहूत पहले ही पिछे छोड़ देना चाहिए था
हम बात भी करते हैं तो गुज़रे हुए कल की
हम अगर गौर करें हमारे आने वाले कल पर
यक़ीनन हम उसे अच्छा बना सकते हैं!
_✍️anupama