मुझे ना जगाओ दोस्तों गहरी नींद में सोया हुँ!
सब लोग जगा देते हैँ ज़ब आंखे बंद होती है!
कितने शिकवे हैँ मेरे सुना ही नहीं किसीने!
अब मुझे समय नहीं मिलने का!
ना मूड़ मिलने का !
क्यूंकि बहाना मुझे कभी आया ही नहीं!!
-वात्सल्य

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