आपने किसी न किसी तरह हमेशा अपने दार्शनिक का खयाल रखा है।
कल आपको पुकार ही क्या लगा दी, आपने दार्शनिक को अपने दर पर ठीक सामने ही ला खड़ा कर दिया।
मां! आप तो मेरी अपनी मां है।
"जय हो" के नारे नहीं लगाऊंगा,
पर इतना जरूर कहूंगा की मां, आप सच में अपने इस बेटे से बोहोत प्रेम करती है।
और आपका दार्शनिक भी आपसे बोहोत प्रेम करता है, हर कहीं आपको ही खोजता है।
धन्यवाद मां!
#बिट्टू_की_ममा #दर्शना_मां #लाली_मां #सखी_मां
-बिट्टू श्री दार्शनिक