द्रष्टृदर्शनदृश्यादिभावशून्ये निरामये । कल्पार्णव इवात्यन्तं परिपूर्णे चिदात्मनि ॥ You're basically a blank canvas. Better to fill it up with good things rather than bad things.
मोहब्बत का टोकरा और सबुत का ठीकरा गुम गया
शायद चला गया चला खल्लास बाय बाय पुर चंदा
पढा लिखा है डिक्सनरी में शब्दजाल लपेट रहा होगा
शायद कुर्सी के साथ चांद पर जाने की सोच रहा होगा
पहला हक मेरा है मेरा है मेरा, तालाब में नहाते नहाते
महल को निहारते निहारते, गाफिल सो गया होगा