“अपना बेगाना कौन जाना अनजाना कौन
अपने दिल से पूछो दिल को पहचाने कौन
पल में लुट जाता है यु ही बह जाता है
शादी किसी की हो अपना दिल गता है
अपना दिल गता है
बेगानी शादी में अब्दुल्ला दीवाना
ऐसे मनमौजी को मुश्किल है समझना
बेगानी शादी में अब्दुल्ला दीवाना
दिल की इन बातों को मुश्किल है समझना.”