आज़ादी की एक क़ीमत चुका कर हम भी देखेंगे।
वतन पर अपनी जां गवां कर हम भी देखेंगे।
कफ़न होगा तिरंगा जो
और हिंदुस्तानी माटी होगी।
तुम सब अश्रु पुरित होगे।
और मेरी चौड़ी छाती होगी।
एक एक गोली का हिसाब हम बारूदों से देंगे।
आज़ादी की एक कीमत चुका कर हम भी देखेंगे।..
#कारगिल
-Anand Tripathi