पिता दिवस।💐
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*पिता हि धर्म पिता हि स्वर्ग पिता हि परमं तप
पितरि प्रीतिमा पन्ने प्रीयनते सर्व देवता।*
जग में पिता ही है महान लोगों।
पिता का कर्म भी है अति महान।
जो जानत सकल जहान।
पिता के चरण पूजन करके
बन जाएगा हमारा दुनिया में कीर्तिमान।
पिता बिना घर परिवार सूना लगता है।
पिता के रहते घर परिवार होता है प्रकाशमान।
पिता का आदर और सम्मान करें हम।
पिता के बताए हुए मार्ग पर चलें हम।
बन जाएंगे संस्कारवान लोगों।
निस्संदेह जीवन का हमारा होगा एक अलग पहचान।
बन जाएंगे प्रतिभाशाली शाली और शक्तिमान।
पिता के चरणों में होता तीर्थ धाम लोगों।
पिता की आज्ञा में रहकर मिलता हमें सुख धाम।
जीवन की आधारशिला है पिता का अनुशासन और
संस्कार।
जो दिलाने में सफल हैं हम सबको विश्व स्तर पर मान।
पितृ दिवस पर हे मेरे पिता गुणों की खान है तू।
बाल्य काल में ही कल्याण भागवत पुराण तथा
मार्कण्डेय पुराण एवं उपनिषद् तथा महाशिवपुराण
का ज्ञान।।
सरस्वती के साधक मां सरस्वती के गुण गायक
तुझे किन शब्दों से मैं पूजूं हो रहा अंतहीन
शब्दों का कोष अशेष।
तेरी लिखी हुई हस्त लिपि मां दुर्गा कवच,शीतला
कवच तथा अन्य ग्रंथ एवं किताब स्वामी चिन्मयानंद जी के शंकराचार्य रचित तथा दुर्गा सप्तशती मेरे पास
सुरक्षित है और चेम्बर्स डिक्शनरी तथा आक्सफोर्ड डिक्शनरी आदि।
ये सब मेरे धरोहर हैं पिताजी।
शत शत नमन मां पिताजी।
मेरा नमन स्वीकार करो।🙏🙏
-Anita Sinha