“है वक़्त-ए-मदद ऐ बिगादी को बनाने
गोशिदा नहीं आपको कुछ दिल के फंसने
ज़ख्मो से भरा है किसी मजबुर का सिना
बेकस पे करम किजिये
छाई है मुसिबत की घटा गेसुओ वाले,
गेसुओ वाले
लिल्लाह मेरी दुबती कश्ती को बचाले
तूफ़ान के असर है, दुशवर है जीना
बेकस पे करम किजिये
गर्दिश में है तकादिर भंवर में है सफीना
बेकस पे करम किजिए, सरकार-ए-मदीना
बेकस पे करम किजी”
फिल्मः- मोगले आज़म
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