लोंग
आपके नाम से हि तो
चल रही है सांसे हमारी
धड़कनों पर तो अब हमें
न रहा जरा भी एतबार
करते है छलावा लोग
मासूम दिलों से दुनिया में
बड़ी हि शिद्दत से फिर
नाम उसको देते है प्यार
तोड़ देते है कली कि तरह
दिल उनका जब भी भर जाये
टूटे हुये दिल को बहलाने का
फिर करते है व्यापार
दुनिया में मौकापरस्त लोगों का
हर तरफ है बोलबाला
वह रखते है मिठास लबों पर
और पीठ पर करते है वार
एक आप ही हो वजह
दुनिया में हमारे जीने कि
ता उम्र रहेंगे दिल से सदा
हम आपके शुक्रगुजार
स्वरचित
गजेन्द्र गोविंदराव कुडमाते