मैं और मेरे अहसास
माँ
पूरी दुनिया मे एक इन्सां है l
जो कभी ना बुरा बोलेगी l
ना मेरा बूरा सोचेंगी l
ना मेरे बारे में बूरा सुन सकेगी l
मेरे लिए हमेशा दुआ करेगी l
मेरे लिए ही हसेगी, रोयेगी, जीएगी l
वो इन्सां है मेरी प्यारी प्यारी l
"माँ "
सखी
दर्शिता बाबूभाई शाह