आज फिर एक बार माँ कि गोदी उजडी होगी!!
आज फिर एक बार पत्नी कि चुड़ियाँ टूटी होगी!!
आज फिर एक बार बाप ने जवान बेटे कि चिता दि होगी!!
आज फिर एक बार बहन की राखी अधूरी होगी!!
आज फिर एक बार नन्हे हाथों में ज़िम्मेदारी होगी!!
आज फिर एक बार नन्ही सिर के महफ़ूज छाया छूटी होगी!!
आज फिर एक बार भाई से जिगरी यारी छूटी होगी!!
आज फिर एक बार घर का आंगन सूनी होगी!!
आज फिर एक बार भारत माता के लाल कर्तव्यो को निर्वाह कर भारत माँ कि गोदी में सोये होगे!!
आज फिर एक बार !!
आज फिर एक बार!!
क्या कभी ऐसा भी दिन आएगा जब हमारे फ़ौजियो कि शहीद कि खबर ना आयेगी....??
-Madhu