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Madhu

Madhu Matrubharti Verified

@madhuprajapati201034
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कभी कभी इतनी असमर्थता होती है कि...... इतनी भावनाओ से भरे होने के बावजूद उन्हें सही शब्द ना दे पाते हैं चाहे खुशी में हो आप या दर्द में हो या हो क्यों न गुस्से में !!🍁

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जिम्मेदारी निभाता हुआ व्यक्ति बेहद आकर्षक दिखता है...... चाहे स्त्री हो या हो पुरुष 🍁

कुछ अंत अंतिम अंत ना होकर नहीं शुरुआत होते हैं.................! 🌼

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इश्क इस कदर होता जा रहा है......
इबादतो में आपका नाम शुमार होता जा रहा है!! 🌼

हर कोई आपसे गुस्से का अधिकार छीन ले...... तब क्या करेंगे???? जैसे सारी भावनाये होती है..... वैसे हि हमारा गुस्सा भी हमारी भावना है!!

जिसे जो भी समझ आये बताये तब ऐसी परिस्थिती में क्या करना चाहिए?????

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चिल्ला तो हर कोई सकता है...... चुप रहने के लिये बहुत धैर्य होना चाहिए......!! 🍁

वो इस कदर मशरुफियत में मशरुफ है.....
उन्हें इल्म हि नहीं कोई बड़ी शिद्दत से उनके इंतजार में बैठा है!! 🍁

साहस होना चाहिए तुम्हें तुम्हारी तरह स्वीकार कर सके........ चाहे स्त्री हो या पुरुष!! 🍁

पता नहीं क्यों गिलहरी को यू प्यार से खाते देखना कितना सुकून दे जाता है......फ़ुदक फ़ुदक कर इधर से उधर भागती रहती है तनिक ठहर नहीं सकती है..... उनको पकडने के लिये उन तक जाती हूँ वो देखते हि फ़ुर से भाग जाती है...!!
इधर से उधर फ़ुदकती रहती है!! जिस दिन भी छत पर गेन्हू सुखाने के लिये डाले जाते हैं उस दिन ढेरो आ जायेगी गिलहरी अपनी गौरैया , फ़ाख्ता और भी चिड़िया उन सब को टुकुर टुकुर खाते देखना दिल को बड़ी ठन्डक मिलती है l ऐसे भी खाने के लिये रख दिया जाता उस दिन सिर्फ़ गिलहरी गौरेया हि नजर आती है l
गिल्लू तो फिर आराम से खा लेती है पर हमारी गौरेया वो बड़ी जल्दी में लगता रहती है,, बड़ी जल्दि से चोच में खाने को भरने लगती थोडा बहुत गिरा भी इतनी जल्दबाजी में कही कोई उन्हें पकड ना ले l

सुकून से खाना हर व्यक्ति का कोशिश रहती है l पता नहीं मुझे लोगों को भी खाते हुये देखना अच्छा लगता जब उनके चेहरे पर नजर पडती है कितना सुकू झलकता है l खाना कितना बड़ी नेमत है,, बहुत लोगों को दो वक़्त खाना भी नसीब नहीं होता है l

अकसर देखा है शादी ब्याह में कितना खाना बर्बाद किया जाता है कुछ लोग तो खाने कि थाली इस कदर भर लेते है कि उसमे जगह हि नहीं रहती है, चाहे पूरा खाना खाय भी ना, मुझे समझ नहीं आता है कि लोग अपनी थाली इतना भर क्यों लेते हैं जैसा खाना लगता भाग जायगा थोडा खाया और डस्टबिन में डाल दिया l अधिकतर यही बात आप लोगों को भी देखने को मिलेगा शादी ब्याह में ll
खाने कि बर्बादी ना किया करे चाहे शादी ब्याह में हो खुद के घरो में हि क्यों ना ,,,बहुतो को एक वक़्त खाना भी नसीब नहीं होता है ll







गिलहरी!! 🐿

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