मै तेरे शहर में आ गया तुमको खबर हुई है क्या
रंग आसमां पर छा गया तुमको खबर हुई है क्या
वो जो तेरे साथ था उस दिन मुझे मिला वहा
उसकी नजर में और है तुमको खबर हुई है क्या
छाया है क्यूँ इतना अंधेरा आज तेरे शहर में
लगता है उसके गाँव में जल्दी सहर हुई है क्या
है सभी के पास दौलत फिर भी परेशां हैं सब
शायद तेरी गली में ही कुछ दर-ब-दर हुई है क्या
ज्योति प्रकाश राय
भदोही उत्तर प्रदेश