तेरे हाठो की सिगरेट....
काश में तेरे होठों की सिगरेट होती ,
तुम प्यार से मुझे यु होंठों से लगाते ।
तुम मुझे होंठों से लगाते और
मैं धुवां बनके तुझमें मिल जाती और
तुम्हारी मैं हो जाती ।
हां जलती और पलभर में खत्म हो जाती में
तुम्हारा सुकुन बन कर में
हवा में यु मिल जाती में
एक नशा ही सही
तुम्हारे होठों पे तो होती सही
तुम्हारी तन्हाई का हिस्सा तो होती सही
तुम मुझे यु (सिगरेट) पीते,
और मैं तुम्हें यु ही जी लेती ।
काश में तुम्हारे होठों की सिगरेट होती ....
Dhara Vyas