यदि पूरे दिल से मेहनत कीजिए और मन को अपने वश में करके पूरी लगन और श्रद्धा से प्रयास किया जाए तो कोई भी कार्य इस पूरी दुनिया में असंभव नहीं हो सकता ।
इस कविताएं से यदि आपको लगा हो कि मैं अपने सपनों को पूरा कर सकता हूं जो ख्वाब मैंने देखे उन्हें पूरा कर सकता हूं तो कमेंट लिखें आई विल डू इट आई विल डू इट जय हिंद जय भारत
मैने गिर कर उमैंने गिरकर उठना सीख लियाठना सीख लिया
हर हाल में चलना सीख लिया जब ठोकर खाई दुनिया से
तो खुद ही संभालना सीख लिया..
राहों में मेरी काटे थे जो दुनिया ने मुझको बांटे थे
कोई ना साथ देता था सब सलाह देने आते थे
तब खुद पर मैंने विश्वास किया
खुद से ही खुद का साथ दिया राहों में आगे बढ़ता गया
मुश्किलों से लड़ना सीख लिया
मैंने गिर कर उठना सीख लिया मैंने वक्त बदलना सीख लिया..
जब लोगों ने मारे ताने थे
तब साथ कुछ यार पुराने थे
जब सब ने मुझको धोखा दिया
तब सिर्फ सपने मेरे सहारे थे
मंजिल को देखकर बढ़ता गया तूफानों से लड़ता गया
मैंने वक्त बदलना सीख लिया
हर हाल में चलना सीख लिया
जब खुद को मैंने जलाया था तब सूरज बनकर आया था
मेहनत से घिसकर खुद को मैंने हीरे साथ चमकाया था
मेहनत की ज्वाला को मैंने सीने में ना बुझने दिया
मैंने किस्मत से लड़ना सीख लिया
हर हाल में चलना सीख लिया मैंने वक्त बदलना सीख लिया
मैंने गिर के संभलना सीख लिया
मैंने वक्त बदलता देखा है लोगों को पलटते देखा है जो मारा करते ताने थे उन्हें तारीफें करते देखा है मंजिल को मैंने पाया है और दुनिया को यही सिखाया है
"दिल पर अपने हाथ रखो
मंजिल पर अपनी आंख रखो
मेहनत को अपने पास रखो
बस तुम खुद पर विश्वास करो "
इस मंत्र को जिसने सीख लिया उसने वक्त बदलना सीख लिया
मैंने गिर कर उठना सीख लिया
हर हाल में चलना सीख लिया
मैंने वक्त बदलना सीख लिया.....