“जीवन आनी-जानी छाया
झूठी माया झूठी काया,
फिर काहे को सारी उमरीआ
पाप की गठरी धोए
सुख के सब साथी

दुःख में ना कोई
मेरे राम मेरे राम
तेरा नाम एक साचा
दूजा न कोई”
🙏🏻

Hindi Religious by Umakant : 111857512

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