“गुरु गोविंद सिंह जी की शहादत “
🚩21 दिसम्बर से ले के 27 दिसम्बर तक, इन्ही सात दिनों में गुरु गोबिंद सिंह जी का पूरा परिवार बलिदान हो गया था। 🙏
यह सात दिन भारत के इतिहास में शोक का सप्ताह होता है। एक वह वक्त भी था जब पंजाब में ये परिवार सात दिन जमीन पर सोता था।
क्योंकि माता गूजरी ने ये रातें, दोनों छोटे बच्चो के साथ सरहिन्द के किले में, ठंडी बुर्ज में गुजारी थी - खाली फर्श पर जब वो नवाब वजीर खां की गिरफ्त में थीं।
आज पंजाब समेत पूरा हिन्दुस्तान जश्न में डूब जाता है। गुरु गोबिंद सिंह जी के बलिदान को इस अहसान फरामोश मुल्क ने सिर्फ 400 साल में भुला दिया।
जो सभ्यता अपना इतिहास , अपने नायकों के बलिदान को भूल जाती हैं वो खुद विस्मृत इतिहास बन जाती है।
यह वक्त कोरल संगीत का नही.. बलिदानी गुरु के शोक और स्मृति में डूबने का है।🙏
जो बोले सो निहाल, सत श्रीअकाल 🙏