चाहो तो बेशक भुला देना मुझको
नही कोई फरियाद करेंगे
मेरी किस्मत में ही है
कम सितारें
मोहब्बत क्या खाक करेंगे
जीते जी तुझे पा ना सकें
मर के भी
कौन सा सुकून पायेंगे
साँसों की इस जद्दोजहत में
इक सिर्फ तुझे याद करके
पल भर में
सदियाँ जी जाएंगे
अब
यही मेरी नियति है
-Vaishnav