"हम काम में कम, तामझाम में ज्यादा खर्च करते हैं ll
जिंदगी के सफर को, जाम में ज्यादा खर्च करते हैं ll
सुबह जल्दी निकलना, शाम को देर से वापस आना,
खुद को सुबह में कम, शाम में ज्यादा खर्च करते हैं ll
जीवन की सड़कों पर सूकून के पेड बचे ही नहीं हैं,
इसलिए छांव में कम, घाम में ज्यादा खर्च करते हैं ll
दिल में छिपे मुफ्त के प्यार की कोई परवाह नहीं है,
बाकी सब खरीदने को दाम से ज्यादा खर्च करते हैं ll"