टप्पू का आया जब एग्जाम का टाइम
तब याद आये भगवान,बैठ पडा माला जपने
चल पड़ा भगवान को मनाने...
टप्पू बैठा जब पढ़ाई करने,लगा सबकुछ नया सा
कोसने लगा बिचारे शिक्षक को....की
पूरे साल कुछ पढ़ाया ही नही
हम बेचारे छोटे से पढ़ाई क्यों इतनी मुश्किल....
लेकिन फिर याद आया..जब टीचर थी क्लास में, तब टप्पू था मैदान में
हुआ परेशान एग्जाम से,खाया बादाम लगाया बाम
याद आये दोस्त, पूछा अपने दोस्तों से
क्या हाल है यार, तब रोती हुए सूरत से दोस्त
बोला जो हाल तेरा वो हाल मेरा
तभी छोटी बहना बोली,अब पछताए होत क्या जब चिड़िया चुग गई खेत
टप्पू हुआ आग बबूला बोला क्यों जले पे नमक छिडकती है
तो बहन बोली क्यों आसमान टूटा हसी पड़ी अंगूठा नचाया
टप्पू बेचारा....आँखों मे आया पानी...
दूर खड़ी देख तमाशा, मां बोली ओ मेरे आँखों के उजाले क्यों होता है लाल पिला .. जान तोड़ महेनत करना... रंग दिखा दे आज
तब टप्पू की सान ठिकाने आई जैसे जान में जान आयी....