कौन है..............................
कौन है अमीर वो जो पैसे वाला है,
या वो जिसका दिल बड़ा है,
जो सोता नहीं इस भय से कि कहीं चोरी ना हो जाएं,
या वो जो सोता है इस तरह कि क्या है,
उसके पास जो किसी और को लुभाए......................
क्या वो है अमीर जो बेईमानी की कमाई पर इतराता है,
या वो है जो ईमानदार तो है मगर अमीरों की गिनती में पिछड़ जाता है,
ना महंगा रख रखाव है उसका ना ही भीड़ उमड़ी है उसके दगवाज़े पर,
खज़ाना है उसके पास उसकी तबियत का,
वरना तो अच्छाई भूल जाने को वो भी राज़ी है...........................
क्या वो है अमीर जिसको सब देखने आते है सुनने नहीं,
जिससे सब हाथ मिलाते है दिल नहीं,
तो फिर उसे क्या कहोगें जिसे देखते ही सिर खुद ब खुद झुक जाया करते है,
वो जब करता है ईश्वर की बात तो हवाएं भी आहिस्त से उसे सुना करती है,
कोई कहता है बाबा, तो कोई संत कहता है,
कोई बुलाता है उसे मलंग कह कर तो कोई फकीर कह कर उसे संबोधित करता है,
गुस्सा नहीं करता वो अमीर ना ही तेवर दिखाता है,
दिल बड़ा है उसका तभी तो हर क्षण मुस्कुराता है............................
स्वरचित
राशी शर्मा