ना जाने कौन सी जात, कौन सा धर्म है,
श्रद्धा और सबूरी ही उनका मर्म है।

रास्ते चाहे अनेक है, मंजिल एक है,
इरादे भी नेक है, सबका मालिक एक है ।


#Saibaba

Hindi Religious by Bhavna Chapara : 111836258

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