नवरात्रि पर्व
नवरात्रि के पावन पर्व पर,
पूजा अर्चना ध्यान करें हम।
मां की साधना में लीन होकर,
उनका ही गुणगान करें हम।।
नवरात्रि के नौ दिनों में,
मां के नौ रूप दिखते है।
सच्चे ह्रदय से जो उन्हें पूजता,
मां के दर्शन उन्हें मिलते है।।
नौ दिन अखंड ज्योत जलाकर,
मां को प्रसन्न सब करते हैं।
मां के चरणों में ज्वारे बोकर,
श्रद्धा भाव से वहां रखते हैं।।
नवरात्रि में माता के भजनों को,
प्रेमपूर्वक सब लोग गाते है।
हलवा,चने का भोग लगाकर,
प्रसाद स्वरूप में सब पाते है।।
मां तुम्हीं जगतजननी हो,
सबके दुखों को हरती हो।
खुशियों से हर भक्त की,
झोली तुम्हीं तो भरती हो।।
मां तुम्हारा आशीर्वाद तो,
हर भक्तों पर सदैव बना रहे।
जगतजननी मां कष्ट हरनी,
सब पर तुम्हारी कृपादृष्टि रहे।।
किरन झा मिश्री
ग्वालियर मध्य प्रदेश
-किरन झा मिश्री