“तुम मुझे यूँ भुला ना पाओगे
सुबह से रात तक मैं आपके साथ हुं”
हाँ तुम मुझे यूँ भुला ना पाओगे
जब कभी भी सुनोगे गीत मेरे
संग संग तुम भी गुनगुनाओगे
हाँ तुम मुझे यूँ भुला ना पाओगे
हो तुम मुझे यूँ
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सुबह ओर श्याम
“सुबह ….”
जग उजियारा छाये
मनन का अँधेरा जाये
किरणों की रानी गाये
जागो हे मेरे
मैं मोहन प्यारे
जागो मोहन प्यारे जागो
जागो मोहन प्यारे जागो
नवयुग चुमे नैन तिहारे
जागो जागो मोहन प्यारे
जागो रे जागो रे जाग कलियन जोगी
नगर नगर सब गलियां जगी
जागो रे जागो रे जागो रे
जागो रे जागो रे जग जग
भीगी भीगी अँखियों से मुस्काये
यह नयी भोर तोहे अंग लगाए
भीगी भीगी अँखियों से मुस्काये
यह नयी भोर तोहे अंग लगाए
बहें फ़ैलाओ दुखियारे
जागो मोहन प्यारे जागो
जागो मोहन प्यारे
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रात को …..
धीरे से आजा री अखियन में
धीरे से आजा री अखियन में निंदिया आजा री आजा
चुपके से नयनन की बगियन में निंदिया आजा री आजा
लेकर सुहाने सपनोंकी कलियाँ
आ के बसा दे पलकोंकी गलियाँ
पलकोंकी छोटीसी गलियन में
निंदिया आजा री आजा
तारों से छुपकर तारों से चोरी
देती है रजनी चंदा को लोरी
हँसता है चंदा भी निदियन में
निंदिया आजा री आजा
जगती है अँखिया सोती है किस्मत
दुश्मन गरीबों की होती है किस्मत
दमभर गरीबों की कुटियन में
निंदिया आजा री आजा
आँखें तो सबकी हैं एक जैसी
जैसी अमीरों की गरीबों की वैसी
किस्मत के मारों की अखियन में
निंदिया आजा री आजा
🙏