तेरे नाम का में कलमा पाडु।
या तेरे नाम से सज्दा करू
में जितनी तेरी तारीफ करू
वो सब अधूरी हो गयी
ओ माही तुझसे दिल्लगी ऐसी हो गयी
मेरी होने वाली हर चीज तेरी हो गयी
ओ माही तुझसे दिलगी ऐसी हो गयी
ओ माही तुझसे दिलगी ऐसी हो गयी
हो ऐसा पहले देखा नही
लगे चाँद जामी पे आया है
तारो की तो मेहफिल रूठी
चाँद उनका हुआ पराया है
ओ माही तुझसे दिलगी ऐसी हो गयी
ओ माही तुझसे दिलगी ऐसी हो गयी
-दीपक ✍️🇮🇳💙
-Deepak