मातृभारती के सभी साहित्य प्रेमियों को श्री कृष्ण जन्माष्टमी की हार्दिक बधाई व मंगलकामनाएं 💐💐💐💐💐
नाना विसंगतियों व विपदाओं से जूझ रहे समस्त विश्व को भगवान श्री कृष्ण के शुभागमन से इच्छित मनोकामनाओं की पूर्ति हो, सुख समृद्धि व शांति की प्रचुरता बनी रहे ईश्वर से यही प्रार्थना ! 🙏🙏
इस सुअवसर पर प्रस्तुत है भगवान श्री कृष्ण का आवाहन करती मेरी एक पूर्वलिखित रचना
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ओ गिरिधर गोपाला
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ओ गिरधर गोपाला ,
अब तो आ जाओ ना
आ जाओ ना ....अब तो आ जाओ ना
ओ गिरधर गोपाला
अब तो आ जाओ ना .....
ओ गिरधर गोपाला ...
व्याकुल गोपियाँ तोहे पुकारें ,
पुकारे नन्द नगरिया ......2
देर भइ नंदलाला आ जा
देखूं तेरी डगरिया.......2
फिर से मधुर मुरलिया कान्हा ......ओ……….
फिर से मधुर मुरलिया कान्हा
सुना जाओ ना, अब तो आ जाओ ना...
ओ गिरधर गोपाला
अब तो आ जाओ ना .....
सूना है पनघट , सूनी राहें
सूनी कदम्ब की डरिया....2
जमुना का तीर , पुकारे आ जा ,
ओ नटखट सांवरिया.....2
वृन्दावन में फिर से कान्हा ......ओ……
वृन्दावन में फिर से रास रचा जाओ ना
अब तो आ जाओ ना ....
ओ गिरधर गोपाला
अब तो आ जाओ ना ......
धरम घटा है , सत्य डरा है
झूठा ही मुस्काए....2
हंस को दाना मिले नहीं
पर कौआ मोती खाए...2
दुष्टों को मारन को कान्हा ....ओ ….
दुष्टों को मारन को चक्र
चला जाओ ना
अब तो आ जाओ ना .......
ओ गिरधर गोपाला
अब तो आ जाओ ना ......
🙏🙏🙏 जय श्री कृष्ण ! 🙏🙏🙏
राजकुमार कांदु
मौलिक / स्वरचित