प्यार का एहसास है, रक्षा की बहन को भाई से आस है,
रेशम की डोरी से बंधा हुआ, यह रिश्ता बहुत ही खास है,
ना छल है ना कपट, इसमें तो केवल मिठास ही मिठास है,
ना जाति धर्म का बंधन, यह पर्व हर दिल के आसपास है,
कीमती राखी में नहीं, कच्चे धागे में भी वही आभास है,
उपहार की चाह नहीं, भाई के प्यार की मन में प्यास है।।
-Ratna Pandey