#हमारे अपने
क्या अंतर पड़ता है
कोई हमे समझे या नही
जरूरी है हमारा
दूसरो को समझना
हम चाहते भी है उनको समझना
पर क्या करें
जैसा हम चाहते है
वैसा नही होता
कभी परिस्थियाँ विपरीत हो जाती है
या हमारी किस्मत
हमारे अपने हमारे सामने
दूर जाते दिखाई देते है
और हम उन्हें पुकारते रह जाते हैँ
-Vaishnav