मैं और मेरी तन्हाई
ख्वाबोका हसिन होना गुनाह है..
इंसानका होसमंद होना गुनाह है..
कायरता समझते है लोग भोलेपन को..
जुबानका अच्छा होना गुनाह है..
यहा खुद ही लग जाती है नजर..
ख्वाईशोका हसिन होना गुनाह है..
लोग इस्तेमाल करते है नमक की तरह..
आंसुओका नमकीन होना गुनाह है
दश्मनी हो जाती है मुफ्तमे सेकडो से..
इंसानका बेहतरीन होना गुनाह है..
-Daxa Bhati