कितनी ज़िन्दगानिया, कितनी कहानियां
जमीं से फलक तक प्यार की निशानियां
आधे-अधूरे प्यार से भरा पड़ा है जग
दिलमें हर किसी के बिछड़े यार की कसक
जुदाई ने लूटी जाने कितनी जवानिया
जमीं से फलक तक प्यार की निशानियां
सलाम उन दिलो को जो प्यार में जी गए
बिछड़के भी इक दूजे के दिल में रह गए
ताउम्र सह गए जाने कितनी दुषवारिया
जमीं से फलक तक प्यार की निशानियां