विषय - मोबाईल
दिनांक-10/06/2022
आज की मुख्य आवश्यकताओं में,
मोबाईल भी महत्वपूर्ण हो गया है।
रोटी,कपड़ा और मकान के बाद में,
मोबाईल भी जीवन का हिस्सा हो गया है।।
उठकर सुबह जब लोग प्रतिदिन ही,
मंदिर में भजन कीर्तन को जाते थे।
पर मोबाईल के जीवन में आने पर,
घर पर ही बैठकर भजनों का लाभ उठाते हैं।।
दूर दराज जो लोग है अपने,
उनसे बातें हर दिन हो जाती है।
एक झलक अपनों की देखने को,
वीडियो कॉल भी हो जाती है।।
रिश्तें आजकल दूर होकर भी,
मोबाईल से कितने पास हो गए।
हर दिन ही बातें मुलाकातें हो जाती है,
दूरभाष से रिश्ते कितने आसान हो गए।।
सिनेमा,अखबार,घड़ी और पैसों का,
मोबाईल से ही काम हो जाता है।
दुनियांभर में कहां क्या चल रहा है,
उसका ज्ञान भी सबको मिल जाता है।।
मोबाईल आज के वर्तमान युग की,
महत्वपूर्ण उपभोग की वस्तु हो गई है।
अधिकतर जानकारियां उसमें मिल जाती है,
इस लिए ही जीवन का महत्वपूर्ण अंग हो गई है।।
अगर गुण है मोबाईल में तो,
अवगुण भी बहुत सारे भरे हुए है
लोग मोबाईल का सदुपयोग भी करते,
और दुरुपयोग से भी नहीं चूकते है।।
मोबाईल को लेकर मन में देखो,
बस एक ही ख्याल हमेशा आता है।
चीजें जितनी सुलभ हो गई हैं,
लेकिन आंतरिक रिश्तों में बदलाव आया है।।
मूलभूत की आवश्यकताओं में,
मोबाईल भी साथ में जुड़ गया है।
करें सभी लोग सदुपयोग इसका,
यही विद्वानों के मुख से कहा गया है।।
किरन झा मिश्री
ग्वालियर मध्य प्रदेश
-किरन झा मिश्री