माफ किया फिरसे..
जा माफ किया फिरसे ,
तु तो मेरे गुस्से के भी लायक नही है
प्यार किया था तुझसे
तु तो मेरे नफ़रत के भी लायक नहीं है
कसम ख़ुदा की एक आँसु न बहाऊँगी,
लाख पुकार ले अब लौट के ना आऊँगी,
अरे,
मैं फिर भूल गई
तु लौट के क्यु आएगा,
मैं तो तेरा खिलौना थी
अब टूट गई हु,
तु कहीं और मन बेलाएगा ,
पर
चल तुझे या दिलाउ
खिलौना नहीं रानी हु मैं,
प्यार से लिखी कहानी हु मैं,
हाँ,
टूटी थी कुछ पल के लिए
पर ,
एक एक तुकड़ा उठाऊँगी
चल तु भी देख,
मै कया खुबसुरुत किस्सा बनाऊँगी..!!
Titli.. ✍️✍️