कामयाबी के चिंतन- 1
"विश्वास करना सीख लो, दूसरों से पहले अपने आप पर, अगर जिंदगी को सही दिशा देने की इच्छा है। इसे ही मूलमंत्र मानलो, दावा न समझ, एक सही सलाह समझोगे तो यह मंत्र काम आयेगा। न सोचो कोई कुछ कहीं जिक्र कर रहा है, महसूस हो रहा भी तो सोचो नाले में वो बहते पानी के समान है, किसी के लिए भी उपयोगी नहीं है, फिर कौन उसकी परवाह करता है। हाँ, स्वयँ पर विश्वास जब स्थापित हो जायेगा तो तुम पहचान लिए जाओगे, अपनी उन उपलब्धियों के कारण जिनको तुम्हारी दृढ़ता की जरुरत थी। पर ध्यान रखना विश्वास को अंहकार की नजर न लगने देना, नहीं तो सब कुछ अर्जित पर वो पानी बह जायेगा, जो नाले में बह रहा है, अछूत सा।"
✍️कमल भंसाली
-Kamal Bhansali