तुम्हारी भावना का मै दर्पण हूँ ,
तुम प्रेम से देखते हो ,मै तड़प जाती हूँ |
तुम दूरी सोचते हो मै शान्त हो जाती हूँ ,
तुम भुलाओ तो शायद भूल जाऊँ,
तुम दूर सोचो तो शायद दूर चली जाऊँ||
हर एक निर्णय तुम्हारा था ,
आगे भी निर्णय तुम्हारा ||
#मेरा_मुझमे_कुछ_नही |